Considerations To Know About sidh kunjika



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

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छठ की व्यापकता में पोखर तालाब से टूटता नाता

येन मन्त्र प्रभावेण, चण्डी जापः शुभो भवेत।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका click here स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ

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